खबरों के लिए प्रिंट मीडिया विश्वसनीय- सीईओ पाटील

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प्रेस ट्रस्ट ऑफ गोंदिया द्वारा बाल शास्त्री जांभेकर की स्मृति में पत्रकार दिवस मनाया गया

गोंदिया। 6 जनवरी को पत्रकार दिवस मनाया जाता है यह दिन महाराष्ट्र में हर साल मराठी भाषा में पत्रकारिता शुरू करने के प्रयासों के लिए ‘ दर्पणकार ‘ बालशास्त्री जांभेकर की स्मृति में मनाया जाता है।

प्रेस ट्रस्ट ऑफ गोंदिया की ओर से 6 जनवरी को होटल सागरिका में इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पाटिल ने किया, विशेष अतिथि के तौर पर जिला सूचना अधिकारी रवि गीते उपस्थित थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष अपूर्व मेठी ने की ।

बतौर उद्घाटक जिला परिषद के सीईओ अनिल पाटिल ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा- पत्रकार लोकतंत्र का चौथा आधार स्तंभ है इसलिए उसकी जिम्मेदारी समाज के प्रति अधिक है। खबर की विश्वसनीयता नहीं , तो खबर का कोई मतलब नहीं ?

खबर सभी लिखते हैं लेकिन खबर के पीछे की सच्चाई एक हिंट के रूप में पब्लिक तक पहुंचाई जाए तो खबर की सार्थकता बनी रहती है ओर वह आनंददाई होता है।
खबर एक तरफा नहीं होनी चाहिए ? पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों पहलुओं को जनता तक पत्रकारों ने पहुंचाना चाहिए । क्या हम पत्रकारिता में अतिरंजित कार्य करते हैं क्या ? इस पर भी थोड़ा विचार करना चाहिए ।

श्री पाटील ने आगे कहा, मौजूदा वक्त में 24 घंटे के खबरिया चैनलों की बाढ़ है , मटेरियल न मिलने पर वहीं खबरें बार-बार दिखाई जाती है यह सही और योग्य नहीं ?
आज प्रिंट मीडिया तो कंट्रोल में है लेकिन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अपनी विश्वसनीयता से दूर हो रहा है।
1990 के बाद कारपोरेट कंपनियों के इस मीडिया क्षेत्र में आने से पत्रकारिता का व्यवसायीकरण हो गया है।
6 जनवरी को बाल शास्त्री जम्भेकर ने लोगों का प्रबोधन करने के लिए पत्रकारिता शुरू की थी , उन आदर्शों को लेकर हम आगे बढ़े तो निश्चित ही अच्छा होगा।
चौथे आधार स्तंभ के रूप में गोंदिया के पत्रकार अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभा रहे हैं और आगे भी यही कोशिश रहनी चाहिए , मैं पत्रकार दिवस पर आप सभी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि तथा जिला माहिती अधिकारी रवि गीते ने कहा- स्वतंत्रता पूर्व की पत्रकारिता समाज प्रबोधन की पत्रकारिता थी मोजूदा वक्त की पत्रकारिता समाज ने समाज के लिए क्या करना चाहिए उस दौर की पत्रकारिता है। ‘दर्पणकार’ से डिजिटल युग तक आते आते पत्रकारिता का स्वरूप बदल चुका है। भविष्य में ‘ मेटावास फेसबुक ‘ डिवाइस की मदद से ‘वर्चुअल वर्ल्ड मीडिया ‘ की पत्रकारिता का दौर दस्तक दे रहा है । इन सभी माध्यमों के बावजूद प्रिंट मीडिया ने आज भी अपनी विश्वसनीयता कायम रखी हुई है , अच्छे कामों की प्रशंसा होनी चाहिए इसलिए शासन की ओर से पत्रकारों को सम्मानित भी किया जाता है।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में संस्था अध्यक्ष अपूर्व मेठी ने निष्पक्ष पत्रकारिता के मुद्दे पर अपने समायोजित विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में सीडीएस बिपिन रावत और अनाथों की मां सिंधुताई सपकाल के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन संस्था उपाध्यक्ष जयंत शुक्ला ने किया तथा आभार संस्था कोषाध्यक्ष हिदायत शेख ने माना।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रेस ट्रस्ट ऑफ गोंदिया के सचिव रवि आर्य, उपाध्यक्ष संतोष शर्मा, अंकुश गुंडावार, नरेश रहिले, जावेद खान, हरिंद्र मेठी, संजीव बापट, प्रमोद नागनाथे, दीपक जोशी, अर्चना गिरी, योगेश राऊत, अशोक सपाटे, रविंद्र तुरकर आदि पत्रकार उपस्थित थे.

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